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Showing posts from November, 2020

Current Affairs- Dainik bhaskar 30-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 28-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 27-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 26-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 25-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब: भारत की इस महंगी सब्जी की विदेशों में है अच्छी डिमांड, जिसकी कीमत है 30 हजार रुपये किलो

डिजिटल डेस्क। आमतौर पर जहां 100-200 रुपये किलो मिलने वाली सब्जी महंगी लगने लगती है, वहीं जरा सोचिए कि अगर कोई सब्जी हजारों रुपये किलो मिले तो आप क्या करेंगे? जी हां, भारत में ही एक ऐसी सब्जी है, जिसकी कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। आज हम आपको एक ऐसी महंगी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे खरीदने के बारे में आम आदमी सपने में भी नहीं सोच सकता है। दरअसल, इस सब्जी का नाम है गुच्छी, जो हिमालय पर मिलने वाली जंगली मशरूम की प्रजाति है। बाजार में इसकी कीमत 25 से 30 हजार रुपये किलो है। गुच्छी भारत में मिलने वाली दुर्लभ सब्जी है, जिसकी विदेशों में अच्छी डिमांड है। इस सब्जी के दाम को देखकर लोग मजाक के तौर पर कहते हैं कि अगर गुच्छी की सब्जी खानी है, तो बैंक से लोन लेना पड़ेगा। गुच्छी में पाए जाने वाले औषधीय गुण दिल की बीमारियों को दूर करते हैं। इसके अलावा ये सब्जी शरीर को कई अन्य प्रकार का पोषण देती है। गुच्छी एक तरह से मल्टी-विटामिन की प्राकृतिक गोली है। यह सब्जी फरवरी से लेकर अप्रैल के बीच मिलती है, जिसे बड़ी-बड़ी कंपनियां और होटल इसे हाथों-हाथ खरीद लेते हैं। अमेरिका, फ्रांस, यूरोप, स

Ajab Gajab News-अजब-गजब: दुनिया के सबसे बड़े महासागर की कुछ ऐसी रोचक बातें, जिनके बारे में जानकर होगी हैरानी

डिजिटल डेस्क। ये तो आप जानते ही होंगे कि दुनिया में कुल पांच महासागर हैं, जो धरती के 71 फीसदी हिस्से को अपने पानी से ढंके हुए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा महासागर कौन सा है? यह प्रशांत महासागर है, जो दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे गहरा महासागर है। आपको शायद ही ये पता हो कि दुनिया का सबसे बड़ा महासागर अमेरिका और एशिया को पृथक करता है। प्रशांत महासागर का क्षेत्रफल 6,36,34,000 वर्ग मील यानी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े महासागर अटलांटिक महासागर के दोगुने से भी अधिक है।  प्रशांत महासागर फिलीपींस तट से लेकर पनामा तक 9,455 मील चौड़ा और बेरिंग जलडमरूमध्य से लेकर दक्षिण अंटार्कटिका तक 10,492 मील लंबा है। हालांकि इसका उत्तरी किनारा सिर्फ 36 मील के बेरिंग जलडमरूमध्य द्वारा आर्कटिक सागर से जुड़ा है। इसके इतने बड़े क्षेत्र में फैले होने की वजह से ही यहां के निवासी, वनस्पति, पशु और इंसानों के रहन-सहन में धरती के अन्य भागों के सागरों की अपेक्षा बड़ी विभिन्नता है।  प्रशांत महासागर की औसत गहराई लगभग 14,000 फीट है और अधिकतम गहराई लगभग 36,201 फीट है। इसके पूर्वी और पश्चिमी किनारों में

Ajab Gajab News-अजब-गजब: दुनिया के सबसे बड़े महासागर की कुछ ऐसी रोचक बातें, जिनके बारे में जानकर होगी हैरानी

डिजिटल डेस्क। ये तो आप जानते ही होंगे कि दुनिया में कुल पांच महासागर हैं, जो धरती के 71 फीसदी हिस्से को अपने पानी से ढंके हुए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा महासागर कौन सा है? यह प्रशांत महासागर है, जो दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे गहरा महासागर है। आपको शायद ही ये पता हो कि दुनिया का सबसे बड़ा महासागर अमेरिका और एशिया को पृथक करता है। प्रशांत महासागर का क्षेत्रफल 6,36,34,000 वर्ग मील यानी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े महासागर अटलांटिक महासागर के दोगुने से भी अधिक है।  प्रशांत महासागर फिलीपींस तट से लेकर पनामा तक 9,455 मील चौड़ा और बेरिंग जलडमरूमध्य से लेकर दक्षिण अंटार्कटिका तक 10,492 मील लंबा है। हालांकि इसका उत्तरी किनारा सिर्फ 36 मील के बेरिंग जलडमरूमध्य द्वारा आर्कटिक सागर से जुड़ा है। इसके इतने बड़े क्षेत्र में फैले होने की वजह से ही यहां के निवासी, वनस्पति, पशु और इंसानों के रहन-सहन में धरती के अन्य भागों के सागरों की अपेक्षा बड़ी विभिन्नता है।  प्रशांत महासागर की औसत गहराई लगभग 14,000 फीट है और अधिकतम गहराई लगभग 36,201 फीट है। इसके पूर्वी और पश्चिमी किनारों में

Ajab Gajab News-अजब-गजब : ‘शिंकुला से फुटाला’ तक 3313 किमी का सफर 11 दिन में किया पूरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रफ्तार और रोमांच के शौकीन शहर के रामेश्वरी निवासी बाइक राइडर आकाश साल्वे ने शिंकुला से फुटाला का  सफर अनुशासन के साथ पूरा किया। आकाश ने 14 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक दिल्ली से नागपुर तक 3313 किमी का सफर 11 दिन में बाइक से  पूरा किया। आकाश मेयो अस्पताल में रजिस्टर्ड मेल नर्स है। साथ ही वे आॅरेंज सिटी राइडर्स क्लब के प्रेसिडेंट भी हैं। उन्हें बाइक पर भ्रमण करने का जुनून है। आकाश पिछले वर्ष इस सफर को तय करने निकले थे, लेकिन झांसी के पास दुर्घटना में उनका बायां पैर फ्रेक्चर हो गया था। उन्हें अपनी राइड अधूरी छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद कोरोना के प्रकोप के बीच अक्टूबर में बाइक राइड शुरू की। आकाश ने बताया कि, हर राज्य की सीमा पर उनका कोरोना टेस्ट हुआ। निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही बाइक राइड करने की अनुमति दी गई।  सात माह काम के बाद ब्रेक चाहिए था आकाश ने बताया कि, कोरोना के कारण पिछले सात महीने से ड्यूटी कर रहे थे। इस समय राइड करना संभव नहीं था। मैं हर संडे बाइक लेकर यूं ही निकल जाता हूं।  14 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे से सफर की शुरुआत की। राइड के पहले कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट कराय

Current Affairs- Dainik bhaskar 24-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 23-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब : ‘शिंकुला से फुटाला’ तक 3313 किमी का सफर 11 दिन में किया पूरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रफ्तार और रोमांच के शौकीन शहर के रामेश्वरी निवासी बाइक राइडर आकाश साल्वे ने शिंकुला से फुटाला का  सफर अनुशासन के साथ पूरा किया। आकाश ने 14 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक दिल्ली से नागपुर तक 3313 किमी का सफर 11 दिन में बाइक से  पूरा किया। आकाश मेयो अस्पताल में रजिस्टर्ड मेल नर्स है। साथ ही वे आॅरेंज सिटी राइडर्स क्लब के प्रेसिडेंट भी हैं। उन्हें बाइक पर भ्रमण करने का जुनून है। आकाश पिछले वर्ष इस सफर को तय करने निकले थे, लेकिन झांसी के पास दुर्घटना में उनका बायां पैर फ्रेक्चर हो गया था। उन्हें अपनी राइड अधूरी छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद कोरोना के प्रकोप के बीच अक्टूबर में बाइक राइड शुरू की। आकाश ने बताया कि, हर राज्य की सीमा पर उनका कोरोना टेस्ट हुआ। निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही बाइक राइड करने की अनुमति दी गई।  सात माह काम के बाद ब्रेक चाहिए था आकाश ने बताया कि, कोरोना के कारण पिछले सात महीने से ड्यूटी कर रहे थे। इस समय राइड करना संभव नहीं था। मैं हर संडे बाइक लेकर यूं ही निकल जाता हूं।  14 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे से सफर की शुरुआत की। राइड के पहले कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट कराय

Current Affairs- Dainik bhaskar 21-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 20-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 19-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 18-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब: दुनिया के सबसे खतरनाक एयरपोर्ट, जहां विमान उतारना है बेहद खतरनाक

डिजिटल डेस्क। आपने कई ऐसे एयरपोर्ट देखे होंगे, जो काफी खूबसूरत हैं। उनकी खूबसूरती अक्सर आपको अपनी ओर खींच ले आती है। लेकिन आज हम आपको दुनिया के कुछ एयरपोर्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बेहद ही खतरनाक हैं। इन हवाईअड्डों पर विमान लैंड कराते या टेक-ऑफ कराते समय पायलट भी सौ बार सोचते हैं। कोई नया पायलट तो इन जगहों पर विमान उड़ाने की सोच भी नहीं सकता जबकि प्रशिक्षित पायलटों के लिए भी यह आसान नहीं होता। यही वजह है कि इन हवाईअड्डों को दुनिया के सबसे खतरनाक हवाईअड्डों में गिना जाता है।   नेपाल का तेनजिंग-हिलेरी एयरपोर्ट उन्हीं खतरनाक हवाईअड्डों में से एक है। यह एयरपोर्ट हिमालय की चोटियों के बीच बसे लुकला शहर में है, जिसके रनवे की लंबाई महज 460 मीटर है। यहां सिर्फ छोटे विमान और हेलीकॉफ्टर की ही उतरने की इजाजत है। इस एयरपोर्ट के रनवे के उत्तर में पहाड़ की चोटियां हैं तो दक्षिण में 600 मीटर गहरी खाई। यही कारण है कि इस एयरपोर्ट को दुनिया के सबसे खतरनाक एयरपोर्ट में से एक माना जाता है।   स्कॉटलैंड का बारा एयरपोर्ट भी कुछ कम नहीं है। यह एयरपोर्ट समुद्र के तट पर बना हुआ है, इसलिए जब भी समुद्र

Current Affairs- Dainik bhaskar 17-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब: इस देश में है 105 कमरों वाला दुनिया का एक शापित होटल, जहां आजतक कोई इंसान नहीं ठहरा 

डिजिटल डेस्क। वैसे तो उत्तर कोरिया अपने अजीबोगरीब कानूनों और मिसाइलों के परीक्षण के वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है। लेकिन इसके साथ ही यहां ऐसी कई चीजें हैं, जो लोगों को हैरान करती हैं। इन्हीं में से एक है पिरामिड जैसे आकार और नुकीले सिरे वाली एक गगनचुंबी इमारत, जो एक होटल है। इस होटल का आधिकारिक नाम रयुगयोंग है, लेकिन इसे यू-क्यूंग के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयोंग में 330 मीटर ऊंचे इस होटल में कुल 105 कमरे हैं। लेकिन आज तक कोई भी व्यक्ति यहां ठहरा नहीं है। बाहर से बेहद ही शानदार, लेकिन वीरान से दिखने वाले इस होटल को 'शापित होटल' या 'भुतहा होटल' के नाम से जाना जाता है। इस होटल को '105 बिल्डिंग' के नाम से भी जाना जाता है। कुछ साल पहले अमेरिकी मैगजीन ईस्क्वाइयर ने इस होटल को 'मानव इतिहास की सबसे खराब इमारत' करार दिया था। इस होटल के निर्माण में बहुत पैसे खर्च हुए हैं। जापानी मीडिया के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने इसके निर्माण पर कुल 750 मिलियन डॉलर यानी करीब 55 अरब रुपये खर्च किए थे। यह रकम उस समय उत्तर कोरिया की जीडीपी की दो फीसद

Ajab Gajab News-तलोजा जेल में बंद आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता स्वामी को नहीं दी जा रही सुविधा, NHRC से हस्तक्षेप की मांग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  द नेशनल प्लेटफॉर्म फॉर दी राइट्स ऑफ डिसएबल्ड (एनपीआरडी) ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से गुहार लगाई है कि महाराष्ट्र की तलोजा जेल में बंद आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी के लिए रहने की उचित व्यवस्था और उन्हें सहायक वस्तुएं जैसे सिपर और स्ट्रॉ मुहैया कराने के मामले हस्तक्षेप करें। गौरतलब है कि पुणे के निकट भीमा-कोरेगांव में 1 जनवरी 2018 को हुई हिंसा में कथित भूमिका के लिए 83 वर्षीय स्वामी को गिरफ्तार किया गया था। एनपीआरडी के महासचिव मुरलीधरन ने एनएचआरसी के अध्यक्ष को लिखे पत्र में मांग की है कि स्वामी के लिए उनकी आयु और शारीरिक अक्षमता के अनुरुप रहने की व्यवस्था की जाए, सिपर और स्ट्रॉ जैसी वस्तुएं तथा आवश्यकतानुसार मानवीय देखभाल सहायता मुहैया करवाने के लिए तत्काल रुप से हस्तक्षेप करे। याचिका में कहा है कि स्वामी के दोनों हाथों में कंपन होता है इसलिए वह तरल पदार्थ और पानी पीने के लिए सिपर और स्ट्रॉ का इसत्माल करते हैं। जब एनआईए ने उन्हें गिरफ्तार किया तब उनके पास ये वस्तुएं थीं, लेकिन एनआईए ने उन्हें ये वस्तुएं नहीं लौटाई और जेल के अधिकारि

Ajab Gajab News-अजब-गजब: ये है दुनिया का सबसे महंगा कबूतर, 14 करोड़ रुपए में हुआ है निलाम

डिजिटल डेस्क। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने कारनामों के वजह से हमेशा चर्चा में बने रहते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे किम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी एक खबर से दुनियाभर के लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। दरअसल, किम दो साल की एक मादा रेसिंग कबूतर है, जिसे हाल ही में दुनिया का सबसे महंगा कबूतर होने का तमगा हासिल हुआ है। बता दें कि एक ऑनलाइन निलामी के दौरान इस रेसिंग कबूतर को 19 लाख डॉलर यानी 14 करोड़ रुपये में बेचा गया है। इस नीलामी के साथ ही किम ने दुनिया के सबसे महंगे कबूतर होने का तमगा भी हासिल कर लिया है। पहले इसे 237 डॉलर पर नीलामी के लिए रखा गया था, लेकिन चीन के एक व्यक्ति ने इसे 19 लाख डॉलर में खरीद लिया। पैराडाइज के मुताबिक, पिछले साल नर आर्मंडो कबूतर के लिए 1.25 मिलियन यूरो का भुगतान किया गया था। अरमांडो नाम के रेसिंग चैंपियन कबूतर को कबूतरों का लुईस हैमिल्टन भी कहा जाता था। उसके रिटायर होने के बाद 2019 में उसे बेचा गया। लेकिन न्यू किम ने आर्मंडो को भी पीछे छोड़ते हुए एक नया विश्व रिकॉर्ड बना लिया है। रेसिंग कबूतर किम को पालने वाले कुर्त वाउवर

Current Affairs- Dainik bhaskar 13-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 12-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 11-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 10-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 09-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब: दुनिया का सबसे खतरनाक जहर, जिसका सिर्फ एक ग्राम ही ले सकता हजारों लोगों की जान

डिजिटल डेस्क।  सायनाइड के बारे में तो आपने सुना ही होगा, जिसे बेहद ही खतरनाक जहर माना जाता है। इसी की तरह ही एक और खतरनाक जहर है, जिसे पोलोनियम 210 कहा जाता है। हालांकि इसके बारे में बहुत कम ही लोगों को पता है। माना जाता है कि इसका सिर्फ एक ग्राम ही हजारों लोगों को मौत की नींद सुला सकता है। इस वजह से इसे दुनिया का सबसे खतरनाक जहर कहें तो गलत नहीं होगा। दरअसल पोलोनियम 210 एक रेडियोएक्टिव तत्व है, जिससे निकलने वाला रेडिएशन इंसानी शरीर के अंदरूनी अंगों के साथ-साथ डीएनए और इम्यून सिस्टम को भी तेजी से तबाह कर सकता है। मृत शरीर में इसकी मौजूदगी का पता लगाना भी बेहद ही मुश्किल काम होता है। वैसे भारत में तो इस जहर की जांच मुमकिन ही नहीं है।  पोलोनियम-210 की खोज मशहूर भौतिकविद और रसायनशास्त्री मैरी क्यूरी ने साल 1898 में की थी। उन्हें रसायन विज्ञान के क्षेत्र में रेडियम के शुद्धीकरण (आइसोलेशन ऑफ प्योर रेडियम) के लिए रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार भी मिला था। इसके अलावा उन्हें रेडियोएक्टिविटी की खोज के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार भी मिला था। वैसे पोलोनियम का नाम पहले रेडियम एफ रखा गया था, ले

Ajab Gajab News-अनोखा गांव: भारत का एक ऐसा गांव, जहां काले रंग से ही रंगे जाते हैं घर; जानें क्या है वजह

डिजिटल डेस्क। घरों को रंगने के लिए केवल काले रंग का प्रयोग कोई भी नहीं करता है। इतना ही नहीं ऑयल पेंट, इमल्शन पेंट या चूना कलर किसी के भी कैटलॉग में काला रंग नहीं होता है। क्योंकि इस रंग की डिमांड बिल्कुल ना के बराबर है। लेकिन छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आदिवासी बाहुल्य गांव और शहर में काले रंग से रंगे हुए मकान आसानी से नजर आते हैं। आदिवासी समज के लोग आज भी अपने घरों की फर्श और दीवारों को काले रंग से रंगते हैं। इसके पीछे कई मान्यताएं हैं। दिवाली से पहले सभी लोग अपने घरों के रंग-रोगन का काम करवाते हैं। इस साल भी जशपुर जिले के आदिवासी समाज के लोग परंपरा के अनुरूप काले रंग का ही चयन कर घरों को रंग रहे हैं। ग्रामीण घरों की दीवारों को काली मिट्टी से रंगते हैं। इसके लिए कुछ ग्रामीण पैरावट जलाकर काला रंग तैयार करते हैं, तो कुछ टायर जलाकर भी काला रंग बनाते हैं। बता दें कि पहले काली मिट्टी आसानी से उपलब्ध हो जाती थी, लेकिन काली मिट्टी नहीं मिलने की स्थिति में ऐसा किया जा रहा है।  अघरिया आदिवासी समाज के लोग एकरूपता दर्शाने के लिए घरों को काले रंग से रंगना शुरू कर दिया। यह रंग उस समय से इस्तेम

Ajab Gajab News-Ajab Gajab: एक ऐसा अनोखा झरना जिस पर बिना फिसले चढ़ जाते हैं लोग

डिजिटल डेस्क। दुनिया में ऐसी कई चीजें हैं, जो अपने किसी खास वजहों से लोगों के बीच काफी मशहूर हैं। आज हम आपको एक ऐसे झरना के बारे में बताएंगे, जिस पर आप नीचे से ऊपर तक बिना फिसले चढ़ सकते हैं। आमतौर पर अन्य झरनों में ऐसे संभव नहीं हो सकता है। क्योंकि फिसलन और काई के कारण चोट लगने की सबसे ज्यादा संभावना रहती है। दरअसल, 'बुआ थोंग' नामक यह झरना थाईलैंड में स्थित है। यह झरना इतना अनोखा है कि आप इसके बहते पानी पर दौड़ते हुए चढ़ सकते हैं। 330 फीट की ऊंचाई वाले इस झरने को 'चिपचिपा' झरना भी कहते हैं। सबसे खास बात ये है कि चट्टानों पर बहता हुआ इस झरने का पानी सफेद रंग में नजर आता है। अगर किसी को इस झरने पर सीधे चढ़ने में दिक्कत हो रही हो, तो साइड में बंधी रस्सी को पकड़कर चढ़ और उतर सकता है।  बुआ थोंग वाटरफॉल में आसानी से ग्रिप करने वाली लाइम स्टोन की चट्टाने हैं। ये चट्टाने छूने पर सख्त स्पंज की तरह महसूस होती हैं। इसी वजह से खुद को चोट पहुंचाए बिना इस झरने पर आसानी से चढ़ा जा सकता है। इस झरने का जल स्रोत में कैल्शियम की काफी मात्रा है, जो चट्टानों पर जम जाता है। इस कारण चट्टा

Current Affairs- Dainik bhaskar 07-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 06-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 05-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब: दुनिया की एक ऐसी रहस्यमयी घाटी, जहां जाने वाला कभी लौटकर नहीं आता

डिजिटल डेस्क।  दुनिया में कई ऐसे रहस्य हैं, जिनकी गुथ्थी आज तक कोई नहीं सुलझा पाया है। ऐसे रहस्य जो विज्ञान के लिए भी चुनौती बने हुए हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक रहस्यमयी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल यह जगह एक ऐसी रहस्यमयी घाटी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसे आज तक कोई भी नहीं ढूंढ पाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि, यह घाटी अरुणाचल प्रदेश और तिब्बत के बीच में कहीं स्थित है। इस जगह को 'शांगरी-ला घाटी' के नाम से जाना जाता है। शांगरी-ला को वायुमंडल के चौथे आयाम यानी समय से प्रभावित जगहों में गिना जाता है। अरुण शर्मा की किताब 'तिब्बत की वह रहस्यमय घाटी' में शांगरी-ला का जिक्र मिलता है। उनके मुताबिक एक लामा ने उन्हें बताया कि शांगरी-ला घाटी में काल का प्रभाव नगण्य है और वहां मन, प्राण और विचार की शक्ति एक खास सीमा तक बढ़ सकती है। इस जगह के बारे में एक मत ये भी है कि, अगर कोई इंसान वहां चला जाए तो वह वापस नहीं आता। युत्सुंग के मुताबिक वह खुद इस रहस्यमय घाटी में जा चुके हैं, उनके मुताबिक वहां न तो सूर्य का प्रकाश था और न ही चंद्रमा, लेकिन फिर भी

Ajab Gajab News-अजब-गजब: एक ऐसा रहस्यमयी जीव जो बिना सांस लिए भी रह सकता है जिंदा

डिजिटल डेस्क। सांस लिए बिना कोई भी जीव-जंतु या इंसान की जिंदा रहना बेहद ही मुश्किल है। इस बात को हम सभी जानते हैं कि सांस के माध्यम से बिना ऑक्सीजन गैस लिए कोई जिंदा नहीं रह सकता है। लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों को एक ऐसा रहस्यमयी जीव (परजीवी) मिला है, जो बिना सांस लिए भी धरती पर जिंदा है। यह दुनिया का पहला ऐसा जीव है, जिसके अंदर ये अनोखी विशेषता है। बता दें कि जेलीफिश की तरह दिखने वाले इस बहुकोशिकीय परजीवी में माइट्रोकॉन्ड्रियल जीनोम नहीं है। किसी भी जीव को सांस लेने के लिए माइट्रोकॉन्ड्रियल जीनोम बेहद ही जरूरी होता है। इन्हीं वजहों से इस परजीवी को जिंदा रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ती। इजरायल की तेल-अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने इस अद्भुत और रहस्यमय परजीवी की खोज की है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह परजीवी मछलियों से ऊर्जा प्राप्त करता है। लेकिन इस दौरान वो उन्हें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। खास बात ये है कि मछलियां भी इस परजीवी को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। ये परजीवी साल्मन फिश में पाए जाते हैं और ये तब तक जिंदा रहते हैं, जब तक कि मछली जिंदा रहती है। इस जीव

Ajab Gajab News-अजब-गजब: एक ऐसी रहस्यमयी प्राचीन सभ्यता, जिसके रहस्य कर देंगे हैरान

डिजिटल डेस्क। प्राचीन काल में दुनिया में न जाने कितनी ही सभ्यताओं ने जन्म लिया और फिर बाद में उनका पतन हो गया। उन्हीं में से एक थी माया सभ्यता, जो मेक्सिको की एक महत्वपूर्ण सभ्यता थी। यह सभ्यता ग्वाटेमाला, मेक्सिको, होंडुरास और यूकाटन प्रायद्वीप में स्थापित थी। इस सभ्यता की शुरुआत 1500 ई. पू. में हुई थी और यह 300 ई. से 900 ई. के दौरान अपनी उन्नति के चरम पर थी। कहते हैं कि 16वीं सदी में इस सभ्यता का पूरी तरह से अंत हो गया था, लेकिन इसके पतन की शुरुआत 11वीं सदी से ही हो गई थी। इस प्राचीन सभ्यता का विनाश कैसे हुआ था, यह आज भी एक रहस्य ही बना हुआ है, जिसका पता लगाने की कोशिश में दुनियाभर के विशेषज्ञ जुटे हुए हैं।  [gallery] . Download Dainik Bhaskar Hindi App for Latest Hindi News . . . . . ajab-gajab: interesting and mysterious facts of ancient maya civilization . . . from दैनिक भास्कर हिंदी https://ift.tt/3l0Z4K6

Current Affairs- Dainik bhaskar 04-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 03-11-2020 Current Affairs

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Current Affairs- Dainik bhaskar 02-11-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-OMG: भारत की इस दुर्लभ चायपत्ती की दुनियाभर में है डिमांड, जिसकी कीमत है 75 हजार रुपए किलो

डिजिटल डेस्क। भारत में लगभग हर घर में सुबह-सुबह चाय की भीनी-भीनी खुशबू से ही लोगों नींद खुलती है। चाय की एक-एक घूंट ताजगी भरा एहसास दिलाती है। अगर चाय की बात की जाए और असम का जिक्र ना हो, तो बात ही पुरी नहीं हो सकती है। असम के बगानों में चाय की कई प्रजातियों की खेती होती है। हाल ही में असम में दुर्लभ प्रजाति वाली चायपत्ती ने खास रिकॉर्ड बनाया है। इस चायपत्ती को नीलामी केंद्र पर 75 हजार रुपए प्रति किलो की कीमत पर बेचा गया है। बता दें कि मनोहारी गोल्ड टी खास तरह की दुर्लभ चायपत्ती है। इस चाय को गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र पर 75 हजार रुपए प्रति किलो की कीमत पर बेचा गया है। मनोहारी गोल्ड टी असम में इस साल दर्ज चाय की सबसे ऊंची कीमत है। इस खास चायपत्ती की खेती करने वाले मनोहारी टी स्टेट का कहना है कि इस साल इसकी केवल 2.5 किलो पैदावार हुई। कुल पैदावार में से 1.2 किलो चायपत्ती की नीलामी हुई है। मनोहारी टी स्टेट के डायरेक्टर राजन लोहिया के मुताबिक, ये खास तरह की चायपत्ती होती है, जिसे सुबह 4 से 6 बजे के बीच सूरज की किरणें जमीन पर पड़ने से पहले तोड़ा जाता है। इस चायपत्ती का रंग हल्का मटमैला पील

Current Affairs- Dainik bhaskar 30-10-2020 Current Affairs

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Ajab Gajab News-अजब-गजब: दुनिया के यह पांच खतरनाक आइलैंड, जहां हर समय मंडराती है मौत

डिजिटल डेस्क। प्रकृति का अद्भुत नजारा देखने के लिए या फिर छुट्टियां बिताने के लिए अक्सर लोग किसी न किसी आइलैंड (द्वीप) पर घूमने जाते हैं। आइलैंड की खूबसूरती ऐसी होती है, जो किसी का मन मोह लेती है। लेकिन कई आइलैंड ऐसे भी हैं, जहां पर न जाना ही बेहतर है। खूबसूरत होने के साथ-साथ ये द्वीप बेहद ही खतरनाक हैं। आज हम आपको दुनिया के 5 ऐसे द्वीपों के बारे में बताएंगे, जहां जाने का मतलब मौत को गले लगाना है। [gallery] . Download Dainik Bhaskar Hindi App for Latest Hindi News . . . . . Ajab gajab: These five dangerous islands of the world, where death hovers all the time . . . from दैनिक भास्कर हिंदी https://ift.tt/321NNls